Sunday, January 30, 2011


ऐ आर रहमान के साथ गाने की आरजू है - रेखा राव
व्यवहार में नम्रता , व्यक्तित्व में आकर्षण और कंठ में कोयल जैसी खनक , अगर इन सबका मिश्रण कर दिया जाए तो जों तस्बीर उभरती है उसका नाम है -रेखा राव . जी हाँ, हम बात कर रहे हैं राजस्थानी गीतों की सुपर सिंगर ,
मखमली आवाज से हिन्दी और भोजपुरी सहित कई भाषाओं को समृद्ध करने वाली गायिका रेखा राव की. रेखा राव अब तक हजारों गीतों को अपना स्वर डे चुकी हैं. हिन्दुस्तान की जानी मानी कंपनी टी सीरीज से ही उनके १५००
से ज्यादा गीत रिलीज हो चुके हैं. संगीतकार कार्तिक राजा की फिल्म मुखबिर का गीत -' पिया मोरा बंजारा ' जबरदस्त हिट हुआ था , यह भी रेखा राव ने ही गाया है. इसी तरह संगीतकार मोंटी शर्मा ने सन्नी देवल अभिनीत
फिल्म ' हीरोज ' में भी उनसे एक आइटम सॉंग गंवाया था.फिल्म ' ना जाने क्यू ' में संगीतकार निखिल ने ' आजा रे आजा रे अटरिया पे ' गंवाया जों काफी मशहूर हुआ. मेमसाब फिल्म में भी संगीतकार सुनील सिंह के निर्देशन
में रेखा राव की ठुमरी को संगीत प्रेमियों ने खूब सराहा. इतना ही नहीं अब वे टीवी पर भी अपनी आवाज का जादू बिखेरने में लगी हैं. प्रसिद्ध सीरियल ' बालिका वधु ' का विदाई सॉंग जन जन के कानों में गूँज रहा है .
एक और सीरियल ' केसरिया बालम आवो म्हारे देस ' में भी उन्हें सूना जा सकता है. इस प्रतिभाशाली सिंगर का पहला एल्बम वीनस कंपनी ने रिलीज किया था. नखराली बंजारन, रंगीलौ राजस्थान , म्हारी तीतरी , पीली लूब्डी ,
औसिया तीरथ प्यारा है, गुर्बंद, बोलो हर हर गंगे , बन्ना -बन्नी राजस्थानी , अमृत है माँ का नाम , आई कवार की बहार , अलगोजा, गोरिया करंट मारेले , अब तो छोड़ दयो बलमाजी , मैया के गोहार , चिट्ठी श्याम प्यारे की,
गोरी नख्रावाली , गोरी नाचे घूमर घाले , आदि उनके हिट एल्बम हैं. इसी प्रकार भोजपुरी फिल्म राजा भोजपुरिया का गीत -' दैया रे दैया खटमल चोलिया में सुपर हिट हो चूका है. राम बलराम, गठबंधन प्यार का , हमरा ब्याह
तोहरा से होई, कब होई गवना हमार , जवानी अंगूर हो गईल, भोजपुरिया बिल्लो रानी चर्चित एल्बम हैं . रेखा बताती हैं की उन्होंने पहला गीत हिन्दी फिल्म जांबाज के लिए गाया था. महान संगीतकार रविन्द्र जैन ने उन्हें चांस दिया
था. रेखा राव एनडीटीवी इमेजिन पर प्रसारित रामायण में भी अपने स्वर के जलवे बिखेर चुकी हैं. रेखा राव कहती हैं की वे राजस्थान के कोटा की रहने वाली हैं. रेखा राव ' मेरी आवाज सुनो ' में भी अपना जलवा बिखेर चुकी हैं
इस शो के जज थे मजरूह सुल्तानपुरी, कविता कृष्णा मूर्ती और पामेला चौपडा. होस्ट थे अन्नू कपूर . रेखा राव की आवाज इतनी मार्मिक है की उसे सुनकर पामेला चौपडा रों पडी थी., रेखा राव के पिता जान माने सिंगर और संगीतकार
थे, रेखा राव ने भी उनसे ही गायिकी की तालीम ली. उनके पिता तेजकरण राव सुर सिंगर संसद से सुरमणि पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं . रेखा राव बचपन से ही आशाजी, लता जी, मदन मोहन जी और रविन्द्र जैन की फैन हैं .
उन्होंने उडिया भाषा में सोनू निगम के साथ गीत गाया है लेकिन हिन्दी फिल्मों में उनके साथ गाने की तमन्ना है. वैसे तो वे सभी संगीतकारों का सम्मान करती हैं मगर ऐ आर रहमान और राहत फतेह अली खां के संगीत निर्देशन में गाने
की आरजू रखती हैं. रेखा राव संगीतकार रविन्द्र जैन को अपना आदर्श मानती हैं. आजकल हाल ही में रेखा राव ने उदय नारायण के साथ म्यूजिक एल्बम 'तड़प' की रिकोर्डिंग की है. यह एल्बम समाज को एक नई दिशा देने वाला
है, इसमें सभी ८ गीत उदय नारायण और रेखा राव ने गाये हैं .


-मुकेश कुमार मासूम

No comments:

Post a Comment